Thursday, October 11, 2018

ट्रंप की भारत सहित दुनिया को धमकी, दम है तो 4 नवंबर के बाद खरीदें ईरान से तेल

मेरिकी प्रतिबंध के साए में जहां भारत ने रूस के साथ एस-400 डिफेंस मिसाइल सिस्टम खरीदने पर समझौता किया वहीं अब ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध के बावजूद लगातार कच्चा तेल खरीदना अमेरिका को नागवार गुजर रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान प्रतिबंध के हवाले से पूरी दुनिया को धमकी देते हुए कहा है कि 4 नवंबर के बाद यदि कोई देश ईरान से कच्चा तेल खरीदता है तो सख्त से सख्त कदम उठाने के लिए तैयार हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से कच्चा तेल आयात को लेकर चेतावनी देते हुए कहा है कि 4 नवंबर तक ईरान से कच्चे तेल का आयात घटाकर शून्य नहीं करने वाले "देशों को भी अमेरिका देखेगा". गौरतलब है कि भारत और चीन जैसे देशों के ईरान से तेल आयात जारी रखने के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, ‘‘हम उन्हें भी देखेंगे.’’
ट्रंप ने मई में अमेरिका को 2015 में हुए ईरान परमाणु समझौते से अलग कर लिया था और उस पर फिर से प्रतिबंध लगाए. ट्रंप ने ईरान से तेल आयात करने वाले देशों को 4 नवंबर तक अपना आयात घटाकर शून्य करने के लिए कहा है. साथ ही उन्होंने ऐसा नहीं करने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाने की भी चेतावनी दी है.
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस से पांच अरब डॉलर के सौदे में एस-400 हवाई रक्षा प्रणाली खरीदने पर भारत के खिलाफ अमेरिकी कानून के तहत दंडात्मक कार्रवाई होती है अथवा नहीं इसके बारे में जल्द स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.
पांच बिलियन डॉलर की इस मेगा डिफेंस डील पर अमेरिका काटसा प्रतिबंध (काउंटरिंग अमेरिकन एडवर्सरीज थ्रू सैंकशन्स-  ) लगा सकता है. पिछले महीने अमेरिका ने चीन पर यही बैन लगाया था. तब चीन ने रूस से लड़ाकू विमान और मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदा था.
अमेरिका ने अपने विरोधियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने के लिये ‘काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शंस एक्ट’ (काट्सा) कानून बनाया है. इसके तहत रूस के साथ हथियार सौदे पर अमेरिकी प्रतिबंधों से भारत को छूट देने का अधिकार केवल राष्ट्रपति के ही पास है.
काट्सा अमेरिका का संघीय कानून है. इसके तहत ईरान, दक्षिण कोरिया और रूस पर प्रतिबंध लगाया गया है. भारत और रूस के बीच हुए सौदे के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने बुधवार को कहा, "भारत को पता चल जाएगा." उन्होंने कहा कि भारत को जल्द ही पता लगने वाला है. जब ट्रंप से पूछा गया कि कब पता चलेगा तो उन्होंने कहा, "आप देखेंगे. आप जितना सोच रहे हैं उससे पहले." चायत आजतक के पहले सत्र  मोदी हैं ना! में  नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज और खनन ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन इंडिया टुडे समूह के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने किया.
क्या 15 साल बाद बीजेपी को जिता पाना बड़ी चुनौती है. नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि बीजेपी सबका साथ सबका विकास की नीति पर काम कर रही है. बीचे 15 साल के दौरान राज्य सरकार ने लगातार एक मजबूत अर्थव्यवस्था खड़ी की है और राज्य का जीडीपी आंकड़ा बेहतर हुआ है, इसलिए बीजेपी के लिए आगामी चुनावों में जीत हासिल करना आसान है.
वहीं राज्य में बड़े किसानों की कमाई बनाम छोटे किसानों की कमाई के सवाल पर तोमर ने कहा कि राज्य में सभी किसानों को एक नजर से देखा जा रहा है. राज्य सरकार की स्कीमों का फायदा सभी स्तर पर किसानों को मिल रहा है. तोमर ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में अच्छी उछाल के चलते राज्य आज अच्छी स्थिति में है. तोमर ने कहा कि अमीर किसानों के पास अधिक जमीन है और छोटे किसानों के  पास जमीन कम है लिहाजा, आमदनी में अंतर है लेकिन उनका जितना भी उत्पादन हो रहा है, उसपर मुनाफा सभी को बराबर मिल रहा है.
तोमर ने कहा कि राज्य में किसानों को कमाई में इजाफा करने के लिए आय के अन्य श्रोतों की तरफ भी देखने की जरूरत है. इस दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है.
वहीं केन्द्रीय मंत्री एम जे अकबर पर लगे आरोपों पर तोमर ने कहा कि इस मामले में केन्द्र सरकार चिंतित है लेकिन अभी तक उसे अकबर की सफाई नहीं मिली है. हालांकि तोमर ने इस सवाल पर जवाब नहीं दिया कि क्या मोदी सरकार ने अकबर से सफाई मांगी है.
पंचायत आजतक
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सियासी दलों ने कमर कस ली है. सत्ताधारी बीजेपी और विपक्ष में बैठी कांग्रेस के नेता जनता के बीच है. सियासी सरगर्मी लगातार बढ़ रही है. बदलते सियासी तापमान में लोगों के मनमिजाज का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को भोपाल में पंचायत आजतक का मंच सजेगा.
दिनभर चलने वाले इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और राज्य में बीजेपी का चेहरा शिवराज सिंह चौहान और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के चाणक्य दिग्विजय सिंह पंचायत आजतक के माध्यम से जनता के सामने अपनी बात रखेंगे. तो नोटबंदी-जीएसटी से लेकर अर्थव्यवस्था के अच्छे दिनों समेत राज्य में जातीय समीकरणों और अल्पसंख्यकों की भी बात मंच पर होगी.
कार्यक्रम की शुरुआत केन्द्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के अहम सत्र 'मोदी हैं ना' से होगी. वहीं दिनभर राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी से कई दिग्गज नेता बताएंगे कि आखिर क्यों एंटी इन्कंबेंसी एक बार फिर चुनावों में मुद्दा नहीं बनेगा. वहीं लंबे समय में विपक्ष में बैठी कांग्रेस के नेता आगामी चुनाव में अपनी जीत का फॉर्मूला लेकर पंचायत आजतक के मंच पर मौजूद होंगे.

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